
हर साल की तरह इस साल भी अक्टूबर की शुरुआत में घोषित किए जा रहे हैं दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स — Nobel Prize 2025।
और इस बार मेडिसिन (Physiology or Medicine) के क्षेत्र में सम्मान मिला है तीन वैज्ञानिकों को —
Mary E. Brunkow, Fred Ramsdell और Shimon Sakaguchi।
इन तीनों वैज्ञानिकों ने मिलकर उस रहस्य को उजागर किया है जिसने हमारी इम्यून सिस्टम की समझ को पूरी तरह बदल दिया।
इनकी खोज ने बताया कि कैसे हमारा शरीर खुद से लड़ाई नहीं करता — और अगर ये सिस्टम गड़बड़ा जाए, तो Autoimmune Diseases जैसी गंभीर बीमारियाँ जन्म लेती हैं।
🔬 खोज की कहानी: शरीर का ‘ब्रेक सिस्टम’
साल 1995 में Shimon Sakaguchi ने यह खोज की कि हमारे शरीर में कुछ खास कोशिकाएँ होती हैं जिन्हें कहा जाता है Regulatory T-cells (Tregs) — ये हमारे इम्यून सिस्टम का “ब्रेक सिस्टम” हैं।
फिर 2001 में, Mary Brunkow और Fred Ramsdell ने एक जीन की पहचान की — FOXP3, जो इन कोशिकाओं को नियंत्रित करता है।
अगर यह जीन खराब हो जाए, तो इम्यून सिस्टम अपना संतुलन खो देता है और शरीर खुद पर हमला करने लगता है। यही स्थिति IPEX Syndrome जैसी बीमारियों की वजह बनती है।
⚙️ इस खोज का असर
इस खोज ने मेडिकल साइंस की दिशा बदल दी है।
अब डॉक्टर और वैज्ञानिक Regulatory T-cells को एक्टिव करने के नए तरीके खोज रहे हैं ताकि हम autoimmune disorders, कैंसर, और ऑर्गन ट्रांसप्लांट जैसी समस्याओं का बेहतर इलाज कर सकें।
यह सिर्फ एक वैज्ञानिक खोज नहीं — बल्कि एक मेडिकल क्रांति है, जिसने आने वाले दशकों की चिकित्सा को नई दिशा दी है।
🌍 बाकी नोबेल श्रेणियाँ
आने वाले दिनों में अन्य श्रेणियों की घोषणा होगी —
- भौतिकी: 8 अक्टूबर
- रसायन विज्ञान: 9 अक्टूबर
- साहित्य: 10 अक्टूबर
- शांति: 11 अक्टूबर
- अर्थशास्त्र: 13 अक्टूबर
वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं की नज़रें अब इन घोषणाओं पर टिकी हैं।
यह खोज हमें याद दिलाती है — हर बड़ा विज्ञान छोटे सवाल से शुरू होता है।
और शायद अगला नॉबेल विजेता… कोई भारतीय वैज्ञानिक भी हो सकता है! 🇮🇳